मैच्योर और सेंसिबल लोगों के बीच कुछ आदतें होती हैं जो उन्हें विशेष बनाती हैं और उनके व्यवहार में अंतर डालती हैं।
यहां पांच ऐसी आदतें हैं जो मैच्योर और सेंसिबल लोगों के बीच विभिन्नता प्रकट कर सकती हैं:
बल लोग आमतौर पर ध्यानपूर्वक सोचकर बोलते हैं, और उन्हें अपने शब्दों का खास ध्यान रखने की आदत होती है। मैच्योर लोग अक्सर बिना सोचे-समझे बोलते हैं और इससे उनके शब्दों का प्रभाव कम हो सकता है।
सेंसिबल लोग समय का मूल्य मानते हैं और उन्हें अपने कार्यों को समय पर पूरा करने की कठिनाइयों से बचने के लिए अच्छे से प्रबंधित करने की आदत होती है। मैच्योर लोग अक्सर समय का सही तरीके से प्रबंधन नहीं कर पाते और अपने कामों में देरी हो सकती है।
सेंसिबल लोग अक्सर अपनी पर्यावरण और लोगों की भावनाओं के साथ संवाद करने में माहिर होते हैं और उनके संवाद अक्सर सुखद और समझदार होते हैं। मैच्योर लोग अक्सर संज्ञान और इंट्यूइशन की गहरी अधिकारी नहीं करते हैं और इससे वाद-विवाद हो सकता है।
सेसिबल लोग आमतौर पर अपने जीवन में पाए जाने वाली चीजों से संतुष्ट रहते हैं और उनकी जरूरतों को संवेदनशीलता से पूरा करने का प्रयास करते हैं। मैच्योर लोग अक्सर अपनी इच्छाओं की पुरी नहीं कर पाते और इससे असंतोष का अहसास होता है।
सेंसिबल अक्सर थोड़ी अधिक जिम्मेदारी और साहस दिखाते हैं, जो उन्हें समस्याओं का समाधान ढूँढने में मदद करता है। मैच्योर लोग अक्सर समस्याओं से भाग जाते हैं और उन्हें थोड़ी सी बाहरी प्रेरणा चाहिए।
यह सिर्फ कुछ सामान्य आदतें हैं, और हर व्यक्ति अपने व्यक्तिगत स्वभाव और आदतों के साथ आता है। यह आदतें व्यक्ति के शिक्षा, अनुभव, और पर्यावरण के साथ बदल सकती हैं।